सट्टा क्या होता है।
सट्टा एक लॉटरी बेस गेम है। जिसे ऑनलाइन और ऑफलाइन द्वारा खेला जा सकता है। जिसमें 00 से लेकर 99 नंबरों पर लोग पैसा लगाकर अपनी किस्मत आजमाते हैं। इसमें डबल डिजिट में अंक पर पैसे लगते हैं। जो अंक खुलता है उस पर इनाम मिलता है। इनाम में मिलने वाली धनराशी 10 रु॰ के 950 रु॰ मिलते है , जो अंक नहीं खुलता उस पर इनाम नहीं मिलता।
सट्टा को मान्यता देने वाले राज्यों के नाम क्या है ?
भारत में कुछ राज्य ऐसे है जहां पर लॉटरी सिस्टम को मान्यता दी है। लॉटरी को मान्यता देने वाले राज्य पंजाब, नागालैंड, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गोवा, सिक्खिम, पश्चिमी बंगाल, मेघालय, मिजोरम, अरुणांचल प्रदेश, असम, मणिपुर व केरल है। इन राज्यों में लॉटरी को क़ानूनी बनाया गया है। इनमे से कुछ राज्यों का लॉटरी सिस्टम काफी लोकप्रिय है। जैसे- दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, यूपी स्टेट की लॉटरी बंद होने पर उत्तर भारत में सट्टे को बढ़ावा मिला। दक्षिण भारत में मटका सट्टे के रूप में चलता है। यह लॉटरी बंद होने से पहले जय दुर्गा, महालक्ष्मी, सत्यम, सुंदरम ,श्री गणेश , इंद्रप्रस्थ, दिल्ली गोल्ड, दिल्ली सुपर दीपमाला के नाम से चलती थी। कुछ राज्यों में अभी भी लॉटरी चल रही है।
क्या भारत में सट्टा कानून द्वारा वैध है या नही?
भारत सरकार के 1988 के रेगुलेशन एक्ट के द्वारा सट्टा को गैर क़ानूनी बताया गया है। लेकिन राज्य सरकार यदि अपना आधिकारिक सिस्टम बनाता है। तो इसके लिए रेगुलेशन में छूट भी दी गयी है। सट्टा कानून द्वारा निर्धारित होता है। जहां की सरकार उनको मान्यता देती है। वहां गैर कानूनी नहीं है कुछ राज्यों में जुआ खेलना,(गोवा में) कानून द्वारा निर्धारित है। पंजाब में लॉटरी सरकार द्वारा चलाई जाती है